3 महीने...20 मर्डर, जमुनापार के गिरोहों की कहानी, जिसने उड़ा दी है पुलिस की भी नींद

Crime News: देश की राजधानी दिल्ली के क्राइम ग्राफ (Delhi Crime Graph) में तेजी से इजाफा हुआ है. सामान्यत: अपराध के मामलों को लेकर शांत रहने वाली दिल्ली 2024 में गैंगवार का नया हब बनकर उभरी है. पुलिस (Police) पूरी तरह से मुस्तैद होने के दावे पर काय

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Crime News: देश की राजधानी दिल्ली के क्राइम ग्राफ (Delhi Crime Graph) में तेजी से इजाफा हुआ है. सामान्यत: अपराध के मामलों को लेकर शांत रहने वाली दिल्ली 2024 में गैंगवार का नया हब बनकर उभरी है. पुलिस (Police) पूरी तरह से मुस्तैद होने के दावे पर कायम है. दूसरी ओर तिहाड़ जेल से चलने वाले नेक्सेस के इतर मर्डर जैसे हार्डकोर अपराध बढ़े हैं. दिल्ली पुलिस पहले दावा करती थी कि विद यू फॉर यू ऑलवेज, इसके बाद दुनिया की हाईटेक पुलिस की लिस्ट में शुमार दिल्ली पुलिस ने 'शांति, सेवा, न्याय' पर फोकस किया. फिर कहां कमी रह गई जो राजधानी में अपराधियों के हौसलें इतने बुलंद है.

जमुनापार में बढ़ा अपराध- तीन महीनों में 20 मर्डर

TOI की एक रिपोर्ट के मुताबिक जमुनापार में क्राइम बढ़ा है. 6 जुलाई को शाहदरा से एक डीयू छात्र अगवा हुआ और बागपत में उसकी लाश मिली. 11 जुलाई को भजनपुरा में एक जिम ओनर को बुरी तरह चाकू से 17 बार गोद दिया गया. इसी दिन जाफराबाद में 16 साल के टीनेजर को गोली मारी गई. 14 जुलाई को जीटीबी अस्पताल के अंदर मर्डर हो गया.

जून के महीने की बात करें तो 3 जून को नंदनगरी में एक अधेड़ शख्स की हत्या हुई. 12 जून को वेलकम इलाके में हुए गैंगवार में दो लोगों को गोली लगी. इसी तारीख को नंदनगरी में एक 65 साल के बुजुर्ग की उसके बेटे ने हत्या कर दी. 16 जून को न्यू उस्मान पुर में प्रापर्टी डीलर को अज्ञात बदमाशों ने गोली मार दी. 19 जून को सीलम में एक शख्स की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई. 30 जून को नाथू कॉलोनी के रेलवे ट्रैक के पास एक 32 साल के युवा को गोद दिया गया.

मई के महीने में 2 मई से 30 मई के बीच 11 आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया गया. अधिकांश मामले हत्या के थे. ये वारदातें करावल नगर, जाफराबाद, हर्ष विहार, सीलमपुर, न्यू उस्मानपुर, शाहदरा, कृष्णानगर, कबीर नगर और शास्त्री पार्क इलाके में हुईं.

इन तमाम अपराधों में कुछ पर्सनल रंजिश में हुए अपराध थे तो कुछ गैंगवार. इन वारदातों में हाशिम बाबा गैंग, माया गैंग, पहलवान गैंग, मस्तान गैंग, चौधरी गैंग और नासिर गैंग का नाम आया. कुल मिलाकर इन बदमाशों ने पुलिस की नाक में दम कर दिया. वहीं पुलिस अपराधियों और बदमाशों के दिलोदिमाग में अभी ऐसा माहौल नहीं बना पाई है कि अपराधी दिल्ली की सीमा में अपराध करने से पहले 100 बार सोंचे. ऐसे में पुलिस को दिल्ली के क्राइम ग्राफ को कम करने के लिए और तेजी और मुस्तैदी से काम करने की जरूरत है.

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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